मजदूर हक संगठन, उदयपुर की ओर से एक संदेश

प्रिय साथियों
इस समय देश के गरीबों, मजदूरों और किसानों की हालत सरकारी नीतियों के चलते भयावह रूप से बिगड़ रही है और जिस तरह से सरकारे धन पशुओं की मदद करने में लगी है और गरीबों का कोई ध्यान नहीं दे रही है से साफ हो गया है कि ये जनविरोधी हैं। ऐसे में हमारी यह जिम्मेदारी है कि हम अपने मेहनतकश साथियों की समस्याओं पर ध्यान दें।
सबसे पहले, हमें बाहर से आए मजदूरों की स्थितियों को जानने की कोशिश करनी चाहिए।
दूसरा, हमें भ्रष्टाचार विरोधी आंदोलन की प्रगति के बारे में साथियों से राय भी करनी चाहिए और आगे की कार्रवाई के बारे में भी सोचना चाहिए। इस समय हमारे सभी साथियों को राशन डीलरों पर कड़ी नजर रखनी है और उनके चोरवाड़े को पकड़ने की कोशिश करनी चाहिए और लोगों को उनके हक का राशन और अन्य सामग्री दिलाने के लिए जोर लगाना चाहिए।
तीसरा, इस समय हमारे साथियों को चाहिए कि नरेगा में ज्यादा से ज्यादा आवेदन करवाएं और गांव के विकास का काम करवाने के लिए पंचायतों को बाध्य करें।
चौथा, हमें सरकार द्वारा की गई घोषणाओं को देखना चाहिए तथा उसके आधार पर पंचायतों में पीड़ित लोगों तक वह घोषणा और रहते पहुची या नहीं इसकी जांच करनी चाहिए और कोशिश करनी चाहिए कि लोगों को ज्यादा से ज्यादा राहत मिल सके
पांचवा, हमको यह कोशिश करनी है कि लोगों को यह समझाएं कि शहरों में जिंदगी का कोई भरोसा नहीं है अतः अब सबको मिलकर गांव के विकास, खेती के विकास और वहीं पर मजदूरी के विकास के बारे में काम करने की जरूरत है।
इसके अलावा भी कई बिंदु हो सकते हैं जिन पर साथियों को बैठकर, सम्बंधित संगठनों की तत्काल मिटिंग करके, आपस में विचार करके, मिलकर निर्णय लेकर और जिम्मेदारी पूर्वक काम बांट कर तेज गति से कुछ करने की जरूरत है और यह समय की मांग है।
आपके साथी
मजदूर हक संगठन, उदयपुर