Letter: भ्रष्टाचार का मूल उद्योगपतियो का चंदा- बदले में उन्हें विशेष लाभ देना – Suggestions to Government of India

Suggestions to Government of India


Karuna Shankar Shukla
Karuna Shankar Shukla

सेवा मे,
भारत के तीनो वर्तमान शर्वोच्च पदाधिकारी !
माननीय राष्ट्रपति मुर्मू जी!, सर्वोच्च न्यायाधीस चन्द्रचूर्ण जी तथा प्रधानमंत्री मोदी जी

विषय:- भ्रष्टाचार का मूल उद्योगपतियो का चंदा- बदले में उन्हें विशेष लाभ देना | मंत्रियो व् उच्च पदासीन अफसरों का कमीशन पर रोक, महंगाई – बेरोजगारी पर अंकुश हेतु जाग्रतिपत्र

महोदय, 1950 में अपने बनाये संविधान, जिसमे अभी तक 3,000 संसोधन होने के बाद भी स्थति 72 साल में बद-से-बदत्तर हो गयी क्योंकि तब डालर और रुपया की कीमत बराबर थी, अब रूपया 85 गुना निचे चला गया। इसका कारण है उपरोक्त असंवैधानिक चुनाव|

सलाह:- अमेरिका की तर्ज पर प्रचार मंच, चुनाव-आयोग तैयार करे, उसी मंच पर सभी प्रत्यासी अपने विचार ‘घोषणापत्र रखे। लाइव टेलीकास्ट हो तथा टीवी पर शीधा प्रसारण चलाया जाए फिर जनता अपने पंसद, प्रत्यासी को मतदान करे –

(1) गली मुहल्ले में – वाइक रैली, ऑटो रिक्शा, रथ रैली व् पद यात्रा, पोस्टर बाजी, रास्ता जाम, सड़क पर होने वाली सभाएं, भीड़ जुटाना, पैसा बाँटना, शराब बाटना, कपडे बाटना, भंडारा वांटना, सत्ता-पक्ष द्वारा, विपक्ष को ED व सीबीआई लगाना बंद हो। (क्योंकि भ्रष्टाचारी हो सत्ता दल में भी है। तब वो गंगाजल से क्यों घुल जाते हैं) आदि बंद हो I इससे बच्चो की पढ़ाई बाधित होना। बीमार को अस्पताल पहुंचाना व घर मे सकून लाना, रोजगार तथा व्यवसाय बाधित होना भी रुकेगा |

(2) धन-वल, बाहुबल पर भी रोक लगेगी और कम से कम खर्च में शान्तिपूर्ण चुनाव भी होगा। 50% से कम मत पाने वाले को विजयी घोषित न किया जाए | अगर ऐसी स्थिति आने पर, प्रथम व् द्वित्तीय स्थान पर रहे प्रत्याशी का दुबारा चुनाव हो | फ़्रांस की तर्ज पर |

(3) गिनती लाइव हो और रिखल्ट भी लाइव हो आई.ए.एस, डीएम, कमिश्नर की हस्तक्षेप बंद हो |

(4) शिक्षा – पार्षद को 12वीं पास, विधायक व् सांसद को राजनीति में स्नातक, होना आवश्यक हो |

(5) वहुमत न मिलने पर सामूहिक सरकार बने, मंत्री संसद कोलेजियम द्वारा चुने जाएं, अयोग्य होने पर बदले भी जाएं।

पूर्ण विश्वास है कि यदि ऐसा हो तभी सबको शिक्षा-रोजगार मिलेगा व् मँहगायी-मिलावट और भ्रस्टाचार पर पूर्ण रोक लगेगी । राम-राज्य तभी आएगा | अकेले मंदिर बनाने से राम-राज्य की परिकल्पना बेईमानी साबित हुई है, आगे भी होगी।

नोट: देश वासियों से अनुरोध है कि ऐसे पत्र सभी संचार माध्यम के जरिये करोड़ों की संख्या में लिखे जाएं, तो शायद हमारी आने वाली पीढ़ी खुशहाल हो सकेगी

करुना शंकर शुक्ला
Mo. 8447219276