दोगले लोग हो तुम दोगले, बदबू नहीं आती अपने अन्दर से तुम्हें

आप अपनी बहू को जला सकते हैं, बीवी को जुतिया सकते हैं, दहेज के नाम पर, लड़का ना होने के नाम पर उसे मार सकते हैं।

गैर मज़हब छोड़ दीजिए, अपने ही धर्म में प्रेम विवाह करने पर लड़की का गला दबा सकते हैं।

आप एक औरत के साथ कुछ भी कर सकते हैं। बस शर्त ये है कि मरने और मारने वाला दोनों एक ही धर्म के हों।

क्योंकि समान धर्म में महिलाओं के साथ जो अपराध होते हैं वो अपराध नहीं उनका भाग्य होता है।

दोगले लोग हो तुम दोगले, बदबू नहीं आती अपने अंदर से तुम्हें ?